दिवालिया होने की खबर फैलते ही आदित्य और पिता उदित नारायण ने दी सफाई, बोले- मजाकिया अंदाज में दिया था बयान!

0
384

दोस्तों जाने माने सिंगर उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण का एक इंटरव्यू मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अपने दिवालिया होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन में उनकी बचत पूरी खत्म हो चुकी है और उनके खाते में सिर्फ 18 हजार रुपए बचे हैं। इतना ही नहीं, आदित्य ने यह भी कहा था कि अगर अक्टूबर से उन्होंने काम नहीं किया तो उन्हें गुजारे के लिए अपना सामना बेचना होगा।

हाल ही में आदित्य और उनके पिता उदित नारायण ने सफाई दी। उनकी मानें तो आदित्य ने यह बयान मजाक में दिया था। उदित नारायण कहते हैं- मुझे मेरे बेटे के दिवालिया होने की खबर मिली तो यकीन मानिए मेरी हंसी नहीं रुक रही थी। आदित्य हमारे देश का टॉप एंकर है। क्या उसे कैसे पैसे की कमी हो सकती है? उसने बहुत पैसे कमाए हैं, बैंकरप्ट होने का सवाल ही नहीं उठता। सोशल मीडिया के जमाने में कुछ भी बातें फैल जाती हैं। हो सकता है कि आदित्य ने कुछ और बोला हो और किसी ने कुछ और समझकर लिख दिया हो। मेरा बेटा अपने करियर में काफी अच्छा कर रहा है और यदि कुछ ऊंच-नीच हो जाए तो उसका बाप अभी जिंदा है। मैंने अपनी जिंदगी में बहुत मेहनत करके जो कुछ कमाया है, वह सब आदित्य का ही है।

उदित आगे कहते हैं- दिसंबर के पहले हफ्ते में आदित्य की शादी होने वाली है। आप सोचिए ऐसी खबरें पढ़कर लड़की और लड़की के घरवाले पर क्या असर पड़ेगा। वे तो शादी के लिए इनकार ही कर देंगे। जब आदित्य के पास पैसा ही नहीं तो वो लड़की की जिम्मेदारी कैसे उठाएगा। देखिए, मेरे बेटे ने कभी मुझसे या उसकी मम्मी से पैसे न होने की बात नहीं कही। उसके पास बहुत काम है। ऐसा हो ही नहीं सकता कि उसके पास पैसे न हों। मुझे ये सब बातें सुनकर हैरानी हो रही है। उम्मीद करता हूं कि लोग इसे गंभीरता से न लें।

बता दे की आदित्य नारायण ने पिछले दिनों अपनी और श्वेता अग्रवाल की शादी का ऐलान किया था। उन्होंने एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट से कहा था- मैं श्वेता से फिल्म ‘शापित’ के सेट पर मिला था। पहली ही नजर में हम एक दूसरे को पसंद करने लगे थे। धीरे-धीरे मुझे एहसास हुआ कि मेरे अंदर उसे लेकर फीलिंग्स हैं। इसके बाद मैंने उससे बात करनी शुरू की। शुरुआत में वो सिर्फ दोस्त बनकर रहना चाहती थी। क्योंकि उस समय हम बहुत छोटे थे और हमें करियर पर फोकस करने की जरूरत थी।