मलिक ने समीर वानखेड़े पर लगाया बड़ा आरोप, 70 हज़ार की शर्ट, दो लाख के जूते पहनते हैं NCB के अफसर!

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दोस्तों नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े पर महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने फिर से हमला बोला है। मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े इतने ईमानदार अधिकारी हैं कि उनकी शर्ट 70 हजार रुपए की होती है। वे दो लाख के जूते और बीस लाख की घड़ी पहनते हैं। उनकी बेल्ट और पैंट भी लाखों की होती है। जिस शर्ट को वो एक बार पहन लें, उसे दोबारा नहीं पहनते। उन्होंने कहा कि अगर देश के सभी अफसर इसी तरह से ईमानदार हो जाएं, तो देश की सूरत ही बदल बदल जाए।

नवाब मलिक ने एक बार फिर से अपने आरोपों को दोहराते हुए कहा कि मैं आज भी इस बात पर कायम हूं कि समीर वानखेड़े ने हजारों करोड़ रुपए की वसूली नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में रहते हुए की है। मुझे बोलने से रोका जाए, इसलिए मामले को अदालत में उठाया जा रहा है। मैं विरोधियों को यह बता देना चाहता हूं कि देश में आलोचना और असहमति का अधिकार हर नागरिक को दिया गया है।

नवाब मलिक ने कहा कि आर्यन खान मामले में सैम डिसूजा सामने आ चुका है। उसने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि 25 करोड़ की डील हुई थी। जिसे 18 करोड़ रुपए में सेटल किया जाना था। जिसमें से 8 करोड़ रुपए समीर वानखेडे को दिए जाने थे। मलिक ने कहा कि हमने पहले दिन से ही फ्लेचर पटेल, किरण गोसावी, मनीष भानूशाली पर सवाल उठाए थे। लेकिन हर बार सत्यमेव जयते कह कर भागने से काम नहीं चलेगा। फर्जीवाड़े का यह खेल बंद होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि समीर वानखेड़े ने एनसीबी में आने के बाद खुद की एक अलग आर्मी तैयार की और वसूली का रैकेट शुरू किया।

नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े ने फर्जी मामले में सारा अली खान, श्रद्धा कपूर और दीपिका पादुकोण को बुलाया। आज तक इस मामले में कोई चार्जशीट फाइल नहीं की गई,आखिर ऐसा क्यों है? मलिक ने कहा इस मामले के जरिए समीर वानखेड़े ने हजारों करोड़ रुपए की वसूली की है। उन्होंने कहा कि यह वसूली दुबई और मालदीव में की गई है। वानखेड़े कहते हैं कि मैं कभी दुबई नहीं गया लेकिन उनकी बहन गई थीं।

नवाब मलिक ने कहा कि मालदीप जाना इतना आसान नहीं है, वह भी पूरे परिवार के साथ। मालदीव जाने का खर्चा ही 30 से 35 लाख रुपए तक आता है। ऐसे में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने क्या समीर वानखेड़े को मालदेव ट्रिप पर भेजा था। क्या उनके इस खर्चे को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने उठाया था?